Sale!

Ashtavakra Mahageeta Bhag II Dukh Ka Mool (अष्टावक्र महागीता भाग II दुख का मोल)

225.00

अष्टावक्र की गीता को मैंने यूं ही नहीं चुना है। और जल्दी नहीं चुना है। बहुत देर करके चुना है- सोच-विचार के। दिन थे जब मैं कृष्ण की गीता पर बोला, क्योंकि भीड़-भाड़ मेरे पास थी। भीड़-भाड़ के लिए अष्टावक्र गीता का कोई अर्थ न था।बड़ी चेष्टा करके भीड़-भाड़ से छुटकारा पाया है। अब तो थोड़े-से विवेकानंद यहां हैं। अब तो उनसे बात करनी है, जिनकी बड़ी संभावना है। उन थोड़े-से लोगों के साथ मेहनत करनी है, जिनके साथ मेहनत का परिणाम हो सकता है। अब हीरे तराशने हैं, कंकड़-पत्थरों पर यह छैनी खराब नहीं करनी। इसलिए चुनी है अष्टावक्र की गीता। तुम तैयार हुए हो, इसलिए चुनी है।

Out of stock

SKU: OD323 Categories: ,

Additional information

Weight 6279549 g
Dimensions 6279940 × 627992749 × 627968449 cm

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Ashtavakra Mahageeta Bhag II Dukh Ka Mool (अष्टावक्र महागीता भाग II दुख का मोल)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *