• Dhyan Sutra (ध्यान सूत्र) Quick View
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      Dhyan Sutra (ध्यान सूत्र) Quick View
    • Dhyan Sutra (ध्यान सूत्र)

    • 100.00
    • महाबलेश्वर के प्राकृतिक वातावरण में ओशो द्वारा संचालित ध्यान शिविर के दौरान हुए प्रवचनों व प्रायोगिक ध्यान प्रयोगों का संकलन है यह पुस्तक। शरीर, विचारों और भावों की एक-एक परत से ग्रंथियों को विलीन करने की कला समझते हुए, ओशो हमें समग्र स्वास्थ्य और संतुलन की ओर लिए चलते हैं।पुस्तक के कुछ अन्य विषय-बिन्दुः• सेक्स उर्जा का सृजनात्मक उपयोग कैसे…
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  • Diya Tale Andhera (दीया तले अंधेरा) Quick View
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      Diya Tale Andhera (दीया तले अंधेरा) Quick View
    • Diya Tale Andhera (दीया तले अंधेरा)

    • 380.00
    • ओशो के साथ बहुत कुछ असंभव संभव हुआ है, जैसे कि इस पुस्तक में झेन और सूफी जैसे दो विपरीत मार्गों का एक साथ जुड़ आना।पुस्तक का प्रारंभ ओशो करते हैं कहीं अन्यत्र कहे अपने ही एक वचन की व्याख्या से और फिर लिए चलते हैं सूफी व झेन बोधकथाओं के जगत में, उन पर चर्चा करते हुए, उनकी परिस्थितियों…
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  • Dus Hazar Buddho Ke Liye Ek Sou Gathaye Quick View
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      Dus Hazar Buddho Ke Liye Ek Sou Gathaye Quick View
    • Dus Hazar Buddho Ke Liye Ek Sou Gathaye

    • 125.00
    • मां धर्म ज्‍योति ने एक लंबे अरसे तक ओशो की शारीरिक मौजूदगी को जीया है, और अपने इस सफल में वह पल-पल उन लम्हों को सहेजती रहीं जो ओशो के छूने से जिंदा होते रहे। ये लम्हें बाहर तो इंद्रधनुषी आंसू बरसाते रहें और खुद भीतर जाकर सीप के मोती बनते रहे। यह शरीर के पार जाने वाले प्रेम का…
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  • Ek naya dwar Quick View
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      Ek naya dwar Quick View
    • Ek naya dwar

    • 375.00
    • निरीक्षण, ऑब्जर्वेशन चाहिए। क्या हो रहा है, उसे देखने के लिए पूरी सजगता होनी चाहिए। पूरे होश, पूरी अटेंशन से जो देखता है...। विज्ञान में ही निरीक्षण जरूरी है, ऐसा नहीं; धर्म में तो और भी ज्यादा जरूरी है। क्योंकि विज्ञान तो पदार्थों की खोज करता है, धर्म तो आत्मा की। विज्ञान में निरीक्षण जरूरी है, लेकिन धर्म में तो…
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  • Ek Omkar Satnam Quick View
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      Ek Omkar Satnam Quick View
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    • Ek Omkar Satnam

    • 699.00
    • पुस्तक के बारे मेंEk Omkar Satnam - एक ओंकार सतनाम नानक ने परमात्मा को गा-गाकर पाया। गीतों से पटा है मार्ग नानक का। इसलिए नानक की खोज बड़ी भिन्न है। नानक ने योग नहीं किया, तप नहीं किया, ध्यान नहीं किया। नानक ने सिर्फ गाया। और गाकर ही पा लिया। लेकिन गाया उन्होंने इतने पूरे प्राण से कि गीत ही…
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  • Gahre Pani Paith Quick View
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      Gahre Pani Paith Quick View
    • Gahre Pani Paith

    • 300.00
    • "तीर्थ है, मंदिर है, उनका सारा का सारा विज्ञान है। और उस पूरे विज्ञान की अपनी सूत्रबद्ध प्रक्रिया है।… एक भी कदम बीच में खो जाए, एक भी सूत्र बीच में खो जाए, तो परिणाम नहीं होता। जिन गुप्त तीर्थों की मैं बात कर रहा हूं उनके द्वार हैं, उन तक पहुंचने की व्यवस्थाएं हैं, लेकिन उन सबके आंतरिक सूत्र…
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  • Girah Hamara Sunn Mein (गिरह हमारा सुन्न में)Girah Hamara Sunn Mein (गिरह हमारा सुन्न में) Quick View
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      Girah Hamara Sunn Mein (गिरह हमारा सुन्न में)Girah Hamara Sunn Mein (गिरह हमारा सुन्न में) Quick View
    • Girah Hamara Sunn Mein (गिरह हमारा सुन्न में)

    • 200.00
    • अज्ञान का बोध, रहस्य का बोध, अभाव का बोध। अगर इन तीन सूत्रों पर किसी भी जीवन में कोई भी दृष्टि आ जाए तो क्रांति सुनिश्चित है। और उस क्रांति के बाद बिलकुल एक नया मनुष्य उसके भीतर से जन्म ले लेगा, एक बिलकुल दूसरा मनुष्य, एक बिलकुल ही दूसरा मनुष्य-- अति साधारण, अति सरल। लेकिन अति साधारण और अति…
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  • GUNGE KERI SARKARAGUNGE KERI SARKARA Quick View
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      GUNGE KERI SARKARAGUNGE KERI SARKARA Quick View
    • GUNGE KERI SARKARA

    • 450.00
    • कबीरः सत्संग का संगीत अकथ कहानी प्रेम की, कछु कही न जाय। गूंगे केरी सरकरा, खाइ और मुसकाय।। एक-एक शब्द बहुमूल्य है। उपनिषद फीके पड़ जाते हैं कबीर के सामने। वेद दयनीय मालूम पड़ने लगता है। कबीर बहुत अनूठे हैं। बेपढ़े-लिखे हैं, लेकिन जीवन के अनुभव से उन्होंने कुछ सार पा लिया है। और चूंकि वे पंडित नहीं हैं, इसलिए…
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  • Gunge Keri SarkraGunge Keri Sarkra Quick View
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      Gunge Keri SarkraGunge Keri Sarkra Quick View
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    • Gunge Keri Sarkra

    • 240.00
    • जीते-जी मरने का अर्थ है जो मर कर होगा, उसे तुम एक घंटा रोज हो जाने दो। कुछ दिन के निरंतर अभ्यास के बाद धीरे-धीरे, धीरे धीरे यह अवस्था सधने लगेगी। एक घंटा तुम मुर्दे की भांति पड़े रहोगे। धीरे-धीरे तुम पाओगे, श्वास धीमी होती जाती है। जैसे जैसे सधेगी यह कला, श्वास धीमी हो जाएगी। क्योंकि जीने वाले के…
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