राजनीति और सामाजिक विषयों पर ओशो की उत्तम पुस्तके (5 BOOKS SET )
₹450.00
“देश तो होते ही नहीं। देश तो झूठ हैं। राष्ट्र तो मनुष्य की ईजाद हैं। असलियत है व्यक्ति की। इस देश ने गौतम बुद्ध, उपनिषद के ऋषि, महावीर, आदिनाथ–आकाश की ऊंचाई से ऊंचाई छुई है। वह भी एक भारत है। वही पूरा भारत होना चाहिए। और, एक भारत और भी है। राजनीतिज्ञों का, चोरों का, कालाबाजारियों का। भारत के भीतर भारत है। इसलिए यह सवाल नहीं है कि कौन देश श्रेष्ठ है और कौन देश अश्रेष्ठ है? सवाल यह है कि किस देश में अधिकतम श्रेष्ठ लोगों का निवास है और किस दिश में अधिकतम निकृष्ट लोगों का निवास है। भारत में दोनों मौजूद हैं।”—ओशो पुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदु: ध्यान प्रक्रिया है रूपांतरण की मेरी दृष्टि सृजनात्मक है मैं तुम्हें इक्कीसवीं सदी में ले जा सकता हूं भारत: एक सनातन यात्रा लेकिन इससे पूरे भारत ने एक गलत नतीजा ले लिया कि गरीब ही बने रहने में सार है। क्या फायदा है? सम्राट गरीब हो रहे हैं तो तुम्हारे गरीबी को छोड़ने से क्या फायदा है? भारत के मन से गरीबी का आदर मिटा देना जरूरी है। भारत में जनसंख्या को तीस वर्षों तक बिलकुल रोक देना जरूरी है।”ओशो
1 in stock
Additional information
Weight | 6279549 g |
---|---|
Dimensions | 6279940 × 627992749 × 627968449 cm |
-
- Sale!
- kabir
Honi Hoy So Hoy (kabir Vani)
- ₹600.00
- Add to cart
-
- Out of StockSale!
- Hindi Books, yoga
Patnjali Yog Sutra 2 (पतंजलि योग सूत्र Vol. 2)
- ₹400.00
- Read more
-
-
- Sale!
- zen
The Miracle
- ₹2,050.00
- Add to cart
-
- Sale!
- zen
Returning to the Source
- ₹2,000.00
- Add to cart
-
- Sale!
- Hindi Books, kabir
Mera Mujhmein Kuchh Nahin
- ₹600.00
- Add to cart
Reviews
There are no reviews yet.