अमृत वर्षा
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धार्मिक आदमी वह नहीं है जो मंदिर जाता हो, बल्कि वह है जो स्वयं मंदिर बन गया हो। और हर आदमी मंदिर बन सकता है। और तभी जीवन में वे किरणें उपलब्ध होती हैं जो आनंद की हैं, जो प्रेम की हैं, जो सौंदर्य की हैं। और तभी वह शांति मिलती है, जिसे उच्छेद करने की सामर्थ्य फिर किसी में भी नहीं है। और तभी वह संपदा उपलब्ध होती है, जिसे खोने का कोई उपाय नहीं है। और तभी मिलता है वह अमृत-जीवन, जिसकी कोई मृत्यु नहीं है। लेकिन उसके लिए भीतर की यात्रा करनी जरूरी है। ओशो 1. सत्य का दर्शन 2. शून्य का संगीत 3. सत्य की भूमि 4. जागरण का आनंद 5. धर्म की यात्रा 6. अपने अज्ञान का अस्वीकार शून्य का संगीत मनुष्य मन के प्रति बिलकुल सोया हुआ है। जिस मात्रा में सोया हुआ होगा, उसी मात्रा में विचारों की भीड़ उसके मन पर दौड़ती रहेगी। क्या आपको खयाल है, जब आप रात सोते हैं तो सारी रात सपनों से भर जाती है? और क्या आपको यह भी पता है, वे सपने ऐसे मालूम पड़ते हैं जैसे बिलकुल सच हों? कभी आपको सपने में ऐसा पता चला क्या कि जो मैं देख रहा हूं वह झूठा है? सपने में जो भी आप देख रहे हैं सभी सच हैं। ऐसी एब्सर्ड बातें भी सच हैं जिनको आप जाग कर कहेंगे कि क्या मैं पागल था जो इसको मैं सच मानता रहा? यह बात तो हो ही नहीं सकती। लेकिन सपने में उस पर शक पैदा नहीं होता। क्यों? क्योंकि सपने में आप बिलकुल सोए हुए हैं।
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Additional information
Weight | 6279549 g |
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Dimensions | 6279940 × 627992749 × 627968449 cm |
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