Skip to content
-
-
Sale!
- Hindi Books, yoga
-
₹2,500.00 ₹2,250.00
- पतंजलि का योग-सूत्रा कोई दार्शनिक व्यवस्था नहीं है। यह अनुभवात्मक है। यह एक उपकरण है, जिससे कुछ किया जाना है। लेकिन फर भी इसमें एक दर्शन समाहित है। यह भी तुम्हें इस बात की बौद्धिक समझ देने के लिए कि तुम कहां जा रहे हो, क्या खोज रहे हो।
- Add to cart
-
-
-
-
-
Out of Stock
Sale!
- Hindi Books, yoga
-
₹500.00 ₹400.00
- पतंजलि योग-सूत्र ‘योग दि अल्फा एंड दि ओमेगा’ शीर्षक से ओशो द्वारा अंग्रेजी में दिए गए अमृत प्रवचनों का हिंदी अनुवाद।
- Read more
-
-
Out of Stock
Sale!
- Hindi Books, yoga
-
₹500.00 ₹400.00
- स्वभाव को लाओत्सु ताओ कहता है, पतंजलि कैवल्य कहते हैं, महावीर मोक्ष कहते हैं, बुद्ध निर्वाण कहते हैं। लेकिन तुम इसको चाहे कुछ भी नाम दो- इसका न कोई नाम है और न कोई रूप - यह तुम्हारे भीतर है वर्तमान, ठीक इसी क्षण में। तुमने सागर को खो दिया था क्योंकि तुम अपने स्व से बाहर आ गए थे।…
- Read more
-